
पृथ्वी- सतह
से
सतह मार
करने
वाला
प्रक्षेपास्त्र
है150
km (पृथ्वी I); 250–350 km (पृथ्वी II); 350–600 km (पृथ्वी III)
अग्नि- यह मध्यम
दूरी
सतह
से
सतह मार
करने
वाला
प्रक्षेपास्त्र
है
700–900 km (Agni-I)
2,000–3,500 km (Agni-II)
3,500–5,000 km (Agni-III)

पृथ्वी- सतह से सतह मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है150 km (पृथ्वी I); 250–350 km (पृथ्वी II); 350–600 km (पृथ्वी III)
3,000 – 4,000 km(Agni-IV)
Over 5,500 km (Agni-V)
8,000–10,000 km (Agni VI)
त्रिशूल-
यह कम
दूरी
पर
सतह
से
हवा
में
मार
करने
वाला
प्रक्षेपास्त्र
है
नाग- यहां
टाइम
निकलोगी
निर्देशित
प्रक्षेपास्त्र
है
एक
बार
धागे
जाने
के
बाद
इसे
पुनः
निर्देशित
करने
की
आवश्यकता
नहीं
पड़ती
है
धनुष -यह
पृथ्वी
प्रक्षेपास्त्र
का
नौसैनिक
रूपांतर
है
यह
सतह
से
सतह
मार
करने
वाला
प्रक्षेपास्त्र
है
सागरिका- सबमरीन
लांच
बैलिस्टिक
प्रक्षेपास्त्र
है
यह
परंपरागत
एवं
परमाणु
दोनों
तरह
के
आयुध
ले
जाने
में
सक्षम
है
ब्रह्मोस- यहां
भारत
एवं
रूस
द्वारा
निर्मित
सुपरसोनिक
क्रूज
प्रक्षेपास्त्र
है
यह
सतह
से
सतह
मार
करने
वाला
प्रक्षेपास्त्र
है
सूर्य -
डीआरडीओ
द्वारा
हंगामा
नामक
अंतरमहाद्वीपीय
बैलिस्टिक
प्रक्षेपास्त्र
का
विकास
किया
जा
रहा
है
युद्धक टैंक
के
नाम -अर्जुन,
T-90,S. भीम टैंक
पायलट रहित
प्रशिक्षण
विमान
के
नाम-
निशांत
एवं
लक्ष्य
पिनाका- यह
देश
में
निर्मित
मल्टी
बैरल
रॉकेट
लांचर
है
तेजस - यह
स्वदेश
निर्मित
प्रथम
हल्का
लड़ाकू
विमान
है
सूर्य - डीआरडीओ द्वारा हंगामा नामक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र का विकास किया जा रहा है
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