प्रोटीन और उनके कार्य
1. कोलेजन (collagen)️
कोलेजन शरीर में *सबसे प्रचुर मात्रा में* पाया जाने वाला प्रोटीन है और शरीर में हमारे *बालों, त्वचा, नाखून, हड्डियों, लिगामेंट्स (ligaments) और टेनडंस (tendons) को संरचना* देने में मदद करता है. इसका मुख्य कार्य है कि यह तंतुमय (रेशेदार) *संयोजी ऊतक के निर्माण में* प्रयुक्त होता है. *अस्थि व कार्टिलेज* के आधार पदार्थ का भी निर्माण करता हैं.
कोलेजन शरीर में *सबसे प्रचुर मात्रा में* पाया जाने वाला प्रोटीन है और शरीर में हमारे *बालों, त्वचा, नाखून, हड्डियों, लिगामेंट्स (ligaments) और टेनडंस (tendons) को संरचना* देने में मदद करता है. इसका मुख्य कार्य है कि यह तंतुमय (रेशेदार) *संयोजी ऊतक के निर्माण में* प्रयुक्त होता है. *अस्थि व कार्टिलेज* के आधार पदार्थ का भी निर्माण करता हैं.
2. फाइब्राइन (Fibroin)
फाइब्राइन मकड़ियों द्वारा बनाई गई *रेशम में एक अघुलनशील प्रोटीन* है अर्थार्त यह *रेशम या मकड़ियों के धागे का निर्माण* करता है.
फाइब्राइन मकड़ियों द्वारा बनाई गई *रेशम में एक अघुलनशील प्रोटीन* है अर्थार्त यह *रेशम या मकड़ियों के धागे का निर्माण* करता है.
3. केराटिन (Keratin)️
केराटिन तंतुमय (रेशेदार) *संरचनात्मक प्रोटीन* में से एक है. केराटिन प्रोटीन क्षति या तनाव से *उपकला कोशिकाओं (epithelial cells) की सुरक्षा* करता है. यह मानव *त्वचा की बाहरी परत बनाने में* महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. केराटिन प्रोटीन का मुख्य कार्य है कि यह *त्वचा, बाल, नाखून, सींग, खुर के निर्माण में* सहायक होते है.
केराटिन तंतुमय (रेशेदार) *संरचनात्मक प्रोटीन* में से एक है. केराटिन प्रोटीन क्षति या तनाव से *उपकला कोशिकाओं (epithelial cells) की सुरक्षा* करता है. यह मानव *त्वचा की बाहरी परत बनाने में* महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. केराटिन प्रोटीन का मुख्य कार्य है कि यह *त्वचा, बाल, नाखून, सींग, खुर के निर्माण में* सहायक होते है.
4. इलास्टिन (Elastin)️
यह भी *तंतुमय प्रोटीन* है, जो *लिगामेंट्स व रुधिर वाहिनियों के* पीले ऊतक में मिलता है. इलास्टिन *संयोजी ऊतकों* में भी पाया जाता है परन्तु कोलेजन की तुलना में एक अलग प्रकार का प्रोटीन है. इसमें *लचीलेपन की प्रॉपर्टी* होती है. यह शरीर में ऊतकों को बढ़ाकर या अनुबंधित होने के बाद अपने मूल आकार में "वापस स्नैप" में आ जाता है.
यह भी *तंतुमय प्रोटीन* है, जो *लिगामेंट्स व रुधिर वाहिनियों के* पीले ऊतक में मिलता है. इलास्टिन *संयोजी ऊतकों* में भी पाया जाता है परन्तु कोलेजन की तुलना में एक अलग प्रकार का प्रोटीन है. इसमें *लचीलेपन की प्रॉपर्टी* होती है. यह शरीर में ऊतकों को बढ़ाकर या अनुबंधित होने के बाद अपने मूल आकार में "वापस स्नैप" में आ जाता है.
5. गोसिपिन (Gossypin)️
गोसिपिन एक *कपास प्रोटीन* है, जो *कीट नाशक* के रूप में प्रयुक्त होता है.
गोसिपिन एक *कपास प्रोटीन* है, जो *कीट नाशक* के रूप में प्रयुक्त होता है.
6. एक्टिन एवं मायोसिन (Actin and Myosin)
मायोसिन के साथ मिलकर एक्टिन फिलामेंट्स, कई प्रकार के सेल मूवमेंट्स कराता हैं. *मायोसिन* एक आणविक मोटर का *प्रोटोटाइप प्रोटीन* है जो कि *एटीपी* के रूप में *रासायनिक ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में* परिवर्तित करता है, जिससे कारण फ़ोर्स और मूवमेंट होता है. इसका सबसे अच्छा उदाहरण *मांसपेशी संकुचन (muscle contraction)* है. इसलिए यह सभी कंकालीय पेशियों में संकुचनशीलता का हेतु हैं.
मायोसिन के साथ मिलकर एक्टिन फिलामेंट्स, कई प्रकार के सेल मूवमेंट्स कराता हैं. *मायोसिन* एक आणविक मोटर का *प्रोटोटाइप प्रोटीन* है जो कि *एटीपी* के रूप में *रासायनिक ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में* परिवर्तित करता है, जिससे कारण फ़ोर्स और मूवमेंट होता है. इसका सबसे अच्छा उदाहरण *मांसपेशी संकुचन (muscle contraction)* है. इसलिए यह सभी कंकालीय पेशियों में संकुचनशीलता का हेतु हैं.
7. ग्लाएडिन (Gliadin)️
ग्लूटेन एक प्रोटीन है जो *खाद्य पदार्थों में* प्रयुक्त होता है जब दो अन्य प्रोटीन, *ग्लाएडिन और ग्लूटेनिन* मिलते हैं. *ग्लाएडिन प्रोटीन *गेहूँ में* पाया जाता है.
ग्लूटेन एक प्रोटीन है जो *खाद्य पदार्थों में* प्रयुक्त होता है जब दो अन्य प्रोटीन, *ग्लाएडिन और ग्लूटेनिन* मिलते हैं. *ग्लाएडिन प्रोटीन *गेहूँ में* पाया जाता है.
8. जिन (Zein)️
यह *मक्का* में पाये जाने वाला प्रोटीन है.
यह *मक्का* में पाये जाने वाला प्रोटीन है.
9. ग्लोब्युलिन (Globulin)️
ग्लोबुलिन, ग्लोबुलर प्रोटीन का ही हिस्सा है जिसका एल्ब्यूमिन से भी अधिक आणविक वजन है और *शुद्ध पानी में अघुलनशील* होता है, लेकिन नमक के पानी में यह घुल जाता है. कुछ ग्लोब्युलिन *लीवर* में बनते हैं, जबकि अन्य प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा बनाए जाते हैं. यह प्रोटीन *अंडे में* पाया जाता है.
ग्लोबुलिन, ग्लोबुलर प्रोटीन का ही हिस्सा है जिसका एल्ब्यूमिन से भी अधिक आणविक वजन है और *शुद्ध पानी में अघुलनशील* होता है, लेकिन नमक के पानी में यह घुल जाता है. कुछ ग्लोब्युलिन *लीवर* में बनते हैं, जबकि अन्य प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा बनाए जाते हैं. यह प्रोटीन *अंडे में* पाया जाता है.
10. केसीन (Casein)️
केसीन प्रोटीन शारीर में धीरे-धीरे पचता है, इसमें *अपचयी गुण* होते हैं, जिसका मतलब यह है कि भोजन की अनुपस्थिति में भी यह प्रोटीन *मांसपेशियों को टूटने नहीं* देता है. यह *दूध, दही, पनीर* आदि में पाया जाता है.
केसीन प्रोटीन शारीर में धीरे-धीरे पचता है, इसमें *अपचयी गुण* होते हैं, जिसका मतलब यह है कि भोजन की अनुपस्थिति में भी यह प्रोटीन *मांसपेशियों को टूटने नहीं* देता है. यह *दूध, दही, पनीर* आदि में पाया जाता है.
11. ग्लूटेलिन्स (Glutelins)️
*अनाज* में पाया जाने वाला प्रोटीन है.
*अनाज* में पाया जाने वाला प्रोटीन है.
12. प्रोलामिन (Prolamin)️
प्रोलामिन पौध भंडारण प्रोटीन का एक समूह है जिसमें *एक उच्च प्रोलीन सामग्री* होती है. यह *दालों* में पाया जाता है.
प्रोलामिन पौध भंडारण प्रोटीन का एक समूह है जिसमें *एक उच्च प्रोलीन सामग्री* होती है. यह *दालों* में पाया जाता है.
13. फाइब्रिनोजन तथा थ्रोम्बिन (Fibrinogen and Thrombin)️
यह प्रोटीन चोट लगने पर *रुधिर का थक्का* बनाकर रक्तस्त्राव को रोकता है.
यह प्रोटीन चोट लगने पर *रुधिर का थक्का* बनाकर रक्तस्त्राव को रोकता है.
14. हिस्टोन (Histone)️
यह *न्यूक्लिओ प्रोटीन* है जो अनुवांशिक लक्षणों के विकास एवं वंशागति का नियंत्रण करता हैं.
यह *न्यूक्लिओ प्रोटीन* है जो अनुवांशिक लक्षणों के विकास एवं वंशागति का नियंत्रण करता हैं.
15. ग्लोबिन (Globin)️
यह रुधिर में पाया जाने वाला प्रोटीन है, जो *हीमोग्लोबिन के रूप में* ऑक्सीजन का संवहन करता है.
यह रुधिर में पाया जाने वाला प्रोटीन है, जो *हीमोग्लोबिन के रूप में* ऑक्सीजन का संवहन करता है.
16. साइटोक्रोम (Cytochrome)️
यह *माइटोकॉन्ड्रिया* में पाये जाने वाला प्रोटीन है जो *श्वसन-प्रक्रिया को पूर्ण* करने में सहायता करता है.
यह *माइटोकॉन्ड्रिया* में पाये जाने वाला प्रोटीन है जो *श्वसन-प्रक्रिया को पूर्ण* करने में सहायता करता है.
17. एंटीबॉडीज (Antibodies)️
यह *सुरक्षात्मक प्रोटीन* होता है जो हानिकारक पदार्थों तथा आक्रमणकारी जीवाणुओं आदि से शारीर की सुरक्षा करता है.
यह *सुरक्षात्मक प्रोटीन* होता है जो हानिकारक पदार्थों तथा आक्रमणकारी जीवाणुओं आदि से शारीर की सुरक्षा करता है.
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